31.10.2025
- प्रधान मंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (पीएम-एबीएचआईएम)
प्रसंग
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 25 अक्टूबर, 2021 को शुरू किया गया , प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (पीएम-एबीएचआईएम) एक प्रमुख अखिल भारतीय पहल है जिसका उद्देश्य एक लचीली, सुलभ और आत्मनिर्भर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली का निर्माण करना है। यह कार्यक्रम कोविड-19 महामारी द्वारा उजागर हुई कमियों को दूर करता है और भारत के सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (यूएचसी) लक्ष्यों और सतत विकास लक्ष्य 3 (एसडीजी-3) के अनुरूप है ।
उद्देश्य
- प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक देखभाल स्तरों पर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करना ।
- ब्लॉक से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक एकीकृत
आईटी-सक्षम, वास्तविक समय रोग निगरानी विकसित करना ।
- महामारी संबंधी तैयारी और त्वरित प्रतिक्रिया क्षमताओं को
बढ़ाना ।
- मानव, पशु और पर्यावरणीय स्वास्थ्य को जोड़ने वाले
वन हेल्थ दृष्टिकोण सहित स्वास्थ्य अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना ।
- निम्नलिखित का सृजन और उन्नयन करके
शहरी-ग्रामीण स्वास्थ्य देखभाल असमानताओं को कम करना :
- आयुष्मान आरोग्य मंदिर (एएएम)
- शहरी स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र
- ब्लॉक सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयाँ
- एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाएँ
- क्रिटिकल केयर अस्पताल ब्लॉक
वित्तीय और कार्यान्वयन
- कुल परिव्यय: ₹64,180 करोड़ (2021-2026), केंद्र प्रायोजित और केंद्रीय क्षेत्र घटकों को मिलाकर एक हाइब्रिड फंडिंग मॉडल के तहत।
- बुनियादी ढांचे का उन्नयन:
- 17,788 उप-स्वास्थ्य केंद्रों को आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में अपग्रेड किया गया।
- मलिन बस्तियों और वंचित क्षेत्रों में 11,000 से अधिक शहरी एएएम।
- 3,382 ब्लॉक सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयाँ।
- 730 एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाएं (प्रति जिला एक)।
- 5 लाख से अधिक जनसंख्या वाले जिलों में 602 क्रिटिकल केयर अस्पताल ब्लॉक।
नीति ढांचा
पीएम-अभिम (PM-ABHIM) निम्नलिखित पर आधारित है और इनके साथ अभिसरित होता है:
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम)
- आयुष्मान भारत योजना
यह सामुदायिक स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करता है , तथा प्रशिक्षित प्रत्युत्तरकर्ता स्थानीय स्वशासन और सामुदायिक संगठनों के साथ मिलकर आपदा तैयारी और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया में सुधार के लिए काम करते हैं।
महत्व
- मजबूत स्वास्थ्य देखभाल बुनियादी ढांचे की स्थापना , महामारी और स्वास्थ्य आपात स्थितियों के प्रबंधन के लिए भारत की क्षमता में सुधार।
- विकेन्द्रीकृत सेवा वितरण के माध्यम से ग्रामीण और शहरी आबादी में स्वास्थ्य सेवा तक
पहुंच और समानता को बढ़ाता है ।
- प्रकोप का शीघ्र पता लगाने, जांच करने और रोकथाम के लिए
रोग निगरानी को उन्नत करना ।
- 2030 तक संचारी रोगों की महामारियों को समाप्त करने और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने की भारत की प्रतिबद्धता का समर्थन करता है ।
निष्कर्ष
पीएम-अभियान मिशन ने बुनियादी ढाँचे, निगरानी और अनुसंधान में निवेश करके, महामारी की तैयारी और समान स्वास्थ्य सेवा वितरण पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए , भारत की स्वास्थ्य प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव लाया है । यह मिशन एक सुदृढ़ सार्वजनिक स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण , भारत की स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ाने और देश के सतत विकास लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ।