03.12.2025
पराना वैलीज़
प्रसंग
प्लैनेटरी साइंस में एक बड़ी तरक्की में, रिसर्चर्स ने मंगल ग्रह पर बड़े नदी ड्रेनेज सिस्टम की सफलतापूर्वक मैपिंग की है। इस स्टडी में 16 बड़े पुराने बेसिन की पहचान की गई, जिसमें पराना वैलीज़ इस खोज का मुख्य केंद्र बनकर उभरा।
पराना वैलीज़ के बारे में
परिभाषा: पराना वैलीज़ मंगल ग्रह पर एक बहुत बड़ा पुराना नदी का ड्रेनेज सिस्टम है। इसमें घाटियों, नदियों और सेडिमेंट्री चैनलों का एक मुश्किल नेटवर्क है, जो अरबों साल पहले बहते हुए लिक्विड पानी से बना था।
जगह:
- इलाका: यह मंगल ग्रह के दक्षिणी गोलार्ध में मार्गरीटिफ़र टेरा के अंदर है , यह इलाका जियोलॉजिकली अपनी घाटी नेटवर्क और पानी से जुड़े लैंडफ़ॉर्म की भरमार के लिए अलग है।
- स्केल: ड्रेनेज एरिया में एक बहुत बड़ा वाटरशेड है, जिसका साइज़ धरती पर पाए जाने वाले बड़े नदी बेसिन के बराबर है।
गठन का इतिहास
- हाइड्रोलॉजिकल उत्पत्ति: यह सिस्टम एक पुराने समय में बना था जब मंगल ग्रह पर ज़्यादा गर्म और नमी वाला मौसम था।
- प्रोसेस: यह बारिश से आए सरफेस रनऑफ, इरोजन और सेडिमेंट ट्रांसपोर्ट से बना था।
- फ्लो पाथ: पानी शायद आपस में जुड़ी हुई घाटियों और झीलों से होकर गुज़रता था, और आखिर में बड़े कैन्यन सिस्टम या शायद एक पुराने उत्तरी समुद्र में बह जाता था।
प्रमुख विशेषताऐं
- डेंड्राइटिक पैटर्न: घाटी का नेटवर्क एक ब्रांचिंग, पेड़ जैसी बनावट (डेंड्रिटिक ड्रेनेज) दिखाता है, जो मॉर्फोलॉजिकली धरती पर नदी सिस्टम जैसा है।
- बेसिन का साइज़: ड्रेनेज बेसिन 100,000 स्क्वायर किलोमीटर से ज़्यादा है , जो धरती पर "बड़े नदी सिस्टम" को क्लासिफ़ाई करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली लिमिट को पूरा करता है।
- जियोलॉजिकल सबूत: इस जगह पर अलग-अलग धाराएँ, घाटियाँ और सेडिमेंट्री डिपॉज़िट हैं जो लंबे समय तक पानी-चट्टान के इंटरैक्शन और न्यूट्रिएंट ट्रांसपोर्ट के इतिहास की पुष्टि करते हैं।