06.01.2024
वेटलैंड सिटी मान्यता (डब्ल्यूसीए)
प्रीलिम्स के लिए: वेटलैंड सिटी मान्यता के लिए नामांकित शहर के बारे में, महत्वपूर्ण बिंदु, वेटलैंड सिटी मान्यता के बारे में
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खबरों में क्यों?
हाल ही में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा रामसर कन्वेंशन के अंतर्गत इंदौर (मध्य प्रदेश), भोपाल (मध्य प्रदेश) और उदयपुर (राजस्थान) के वेटलैंड सिटी की मान्यता के लिए भारत से तीन नामांकन प्रस्तुत किए गए है।
महत्वपूर्ण बिन्दु:
- जून, 2023 में, आईएमसी को इंदौर की दो नई रामसर साइट (सिरपुर और यशवंत सागर) के लिए प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ था।
- ये पहले तीन भारतीय शहर हैं जिनके लिए नगर निगमों के सहयोग से संबंधित राज्य वेटलैंड प्राधिकरणों से प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर डब्ल्यूसीए के लिए नामांकन प्रस्तुत किए गए हैं।
वेटलैंड सिटी की मान्यता के लिए नामांकित शहर के बारे में :
इंदौर:
- इंदौर से वेटलैंड सिटी की मान्यता के लिए यशवंत सागर और सिरपुर झील प्रमुख स्थल है।
- सिरपुर झील जलपक्षी संरक्षण के लिए एक प्रमुख स्थल है।
- और इसे पक्षी अभयारण्य के रूप में विकसित किया जा रहा है।
- वेटलैंड मित्रों का एक मजबूत नेटवर्क पक्षी संरक्षण और सारस क्रेन की सुरक्षा के लिए स्थानीय समुदाय को जागरूक करने में लगा हुआ है।
- सिरपुर झील, इंदौर की पहली रामसर साइट, को 2 फरवरी को विश्व वेटलैंड्स दिवस पर एक उत्सव आयोजित करने के लिए चुना गया है।
- इंदौर का दूसरा रामसर स्थल, यशवंत सागर, का निर्माण 1900 में होल्कर राजवंश के शासक तुकोजीराव तृतीय द्वारा इंदौर के पश्चिमी हिस्सों की पानी की माँग को पूरा करने के लिए किया गया था।
भोपाल:
- भोपाल के भोज वेटलैंड के रूप में वेटलैंड सिटी की मान्यता के लिए चुना गया है।
- भोज वेटलैंड एक यूनेस्को रामसर साइट है।
- भोपाल नगर निगम के पास एक समर्पित झील संरक्षण कक्ष है।
- यह शहर विकास योजना 2031 के मसौदे में आर्द्रभूमि के आसपास संरक्षण क्षेत्रों का प्रस्ताव दिया है।
उदयपुर:
- राजस्थान में स्थित यह शहर पांच प्रमुख आर्द्रभूमियों , पिछोला, फतेह सागर, रंग सागर, स्वरूप सागर और दूध तलाई से घिरा हुआ है।
नामांकन का उद्देश्य :
- इसका मुख्य उद्देश्य शहरी और उपनगरीय आर्द्रभूमि के संरक्षण और बुद्धिमान उपयोग के साथ-साथ स्थानीय आबादी के लिए स्थायी सामाजिक-आर्थिक लाभों को बढ़ावा देना है।
वेटलैंड सिटी मान्यता के बारे में:
- शहरी और उप-शहरी वातावरण में आर्द्रभूमि के महत्व को पहचानते हुए और इन आर्द्रभूमियों के संरक्षण और सुरक्षा के लिए उचित उपाय करने के लिए..
- वर्ष ,2015 में आयोजित COP12 के दौरान रामसर कन्वेंशन द्वारा एक स्वैच्छिक WCA प्रणाली को मंजूरी दी गई।
- जो उन शहरों को मान्यता देती है जिन्होंने अपने शहरी आर्द्रभूमि की सुरक्षा के लिए असाधारण कदम उठाए हैं।
- यह शहरी और उपनगरीय वातावरण में आर्द्रभूमियों के महत्व को भी रेखांकित करता है और इन आर्द्रभूमियों के संरक्षण और सुरक्षा के लिए उचित साधन प्रदान करता है।
- इस योजना का उद्देश्य शहरी और पेरी-शहरी आर्द्रभूमि के संरक्षण और बुद्धिमान उपयोग को बढ़ावा देने के साथ ही स्थानीय आबादी के लिए स्थायी सामाजिक-आर्थिक लाभ भी प्रदान करना है।
- इसके तहत,किसी भी शहर को मान्यता प्राप्त होने के लिए डब्ल्यूसीए के लिए एक उम्मीदवार को वेटलैंड्स पर रामसर कन्वेंशन के डब्ल्यूसीए के लिए परिचालन मार्गदर्शन में उल्लिखित छह अंतरराष्ट्रीय मानदंडों में से प्रत्येक को लागू करने के लिए उपयोग किए जाने वाले मानकों को पूरा करना चाहिए।
- रामसर COP13 के बाद, 17 देशों के 43 शहरों को आधिकारिक तौर पर "वेटलैंड सिटीज़" के रूप में मान्यता प्राप्त हो चुकी है।
स्रोतः Business standard