संयुक्त राष्ट्र का 78वां स्थापना दिवस

संयुक्त राष्ट्र का 78वां स्थापना दिवस

प्रीलिम्स के लिए महत्वपूर्ण:

संयुक्त राष्ट्र का 78वां स्थापना दिवस, संयुक्त राष्ट्र चार्टर, संयुक्त राष्ट्र दिवस 2023 की थीम, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी), विश्व बैंक, आइएमएफ, अंकटाड

मुख्य परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण:

संयुक्त राष्ट्र का इतिहास, संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख भूमिका, संयुक्त राष्ट्र और भारत संबंध

25अक्टूबर,2023

चर्चा में:

हाल ही में 24 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र का 78वां स्थापना दिवस मनाया गया।

संयुक्त राष्ट्र दिवस

बारे में:

  • 24 अक्टूबर 1945 को आधिकारिक तौर पर संयुक्त राष्ट्र चार्टर स्वीकार किया गया था।

संयुक्त राष्ट्र चार्टर:

  • संयुक्त राष्ट्र चार्टर संयुक्त राष्ट्र का संस्थापक दस्तावेज है, जो वैश्विक समानता और शांति की दिशा में काम करता है।
  • संयुक्त राष्ट्र चार्टर को अपनाने की वर्षगांठ मनाने, संगठन की उपलब्धियों को उजागर करने व इसके लक्ष्यों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल संयुक्त राष्ट्र दिवस मनाया जाता है।

संयुक्त राष्ट्र दिवस 2023 की थीम: "समानता, स्वतंत्रता और सभी के लिए न्याय"

संयुक्त राष्ट्र दिवस को मनाने का उद्देश्य

  • संयुक्त राष्ट्र दिवस पर विविधता का उत्सव महत्वपूर्ण है और यह दुनिया भर में पाई जाने वाली संस्कृतियों, आस्थाओं और भाषाओं की विविधता को मान्यता देता है। इस दिन, देश विभिन्न मूल के व्यक्तियों के बीच सद्भाव और शांति की अवधारणाओं को बढ़ावा देने के लिए एकजुट होते हैं।
  • 24 अक्टूबर को, निम्नलिखित तथ्यों पर विचार एवं विमर्श किया जाता है:
  • विविधता, राष्ट्रों के बीच सहयोग की भावना, समानता, शांति, एकता, न्याय और अंतर्राष्ट्रीय कानून के लिए सार्वभौमिक सम्मान, मानवाधिकार, मौलिक स्वतंत्रता

संयुक्त राष्ट्र का इतिहास

  • सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों सहित इसके अधिकांश हस्ताक्षरकर्ताओं द्वारा इस संस्थापक दस्तावेज के अनुसमर्थन के साथ, संयुक्त राष्ट्र को आधिकारिक तौर पर वर्ष 1945 में स्थापित किया गया था।
  • चीन, सोवियत संघ, फ्रांस, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम के साथ-साथ अन्य हस्ताक्षरकर्ताओं द्वारा संयुक्त राष्ट्र चार्टर की पुष्टि के बाद, संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक तौर पर 24 अक्टूबर, 1945 को स्थापना की गई थी।
  • अमेरिका के राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट ने “संयुक्त राष्ट्र” नाम गढ़ा था।

संयुक्त राष्ट्र चार्टर पर हस्ताक्षर:

  • संयुक्त राष्ट्र चार्टर पर 26 जून, 1945 को 50 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे। पोलैंड, जिसे सम्मेलन में प्रतिनिधित्व नहीं किया गया था, ने बाद के चरण में चार्टर पर हस्ताक्षर किए और मूल 51 सदस्य राज्यों में से एक बन गया।
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली बैठक 10 जनवरी, 1946 को हुई थी।
  • वर्तमान में, संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देश हैं।
  • संयुक्त राष्ट्र के मिशन को पूरा करने और चार्टर में बताए गए लक्ष्यों और सिद्धांतों के अनुसार काम करने के लिए कई विशिष्ट एजेंसियां हैं।

प्रमुख कार्य:  

  • अंतर्राष्ट्रीय कानून को कायम रखना,
  • विश्व शांति और सुरक्षा को बनाए रखना,
  • मानवाधिकारों की रक्षा करना,
  • मानवीय राहत प्रदान करना, और
  • सतत विकास को आगे बढ़ाना।

संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषाएं

  • संयुक्त राष्ट्र की छह आधिकारिक भाषाएं हैं :- 1. अरबी  2. चीनी 3. अंग्रेज़ी  4. फ़्रेंच 5. रूसी 6. स्पैनिश

संयुक्त राष्ट्र का वित्त पोषण

  • संयुक्त राष्ट्र में सर्वाधिक वित्त का योगदान संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, चीन और जर्मनी द्वारा किया जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र में यह आर्थिक योगदान सदस्य देशों की जनसंख्या आकार, राष्ट्रीय राजस्व और भुगतान करने की क्षमता से निर्धारित होता है।

संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख भूमिका

  • परमाणु प्रसार पर नियंत्रण करना
  • परमाणु प्रसार पर नियंत्रण हेतु वर्ष 1957 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा एक स्वायत्त संगठन के रूप में अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की स्थापना की गई थी।
  • शांति और सुरक्षा बनाए रखना
  • पिछले 60 वर्षों में, संयुक्त राष्ट्र दुनियाभर में अस्थिर क्षेत्रों में हिंसा और अशांति के वातावरण को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है।
  • निरस्त्रीकरण का समर्थन
  • संयुक्त राष्ट्र रासायनिक हथियार अभिसमय-1997, खदान-प्रतिबंध अभिसमय-1997, शस्त्र व्यापार संधि-2014 आदि संधि समझौतों के माध्यम से निरस्त्रीकरण प्रयासों का समर्थन करता रहा है।
  • विकास को बढ़ावा देना
  • संयुक्त राष्ट्र द्वारा सहस्राब्दी विकास लक्ष्य (एमडीजी) के माध्यम से दुनिया भर में जीवन स्तर, मानव क्षमताओं को बढ़ाने के लिए विकास कार्यों को बढ़ावा दिया है।
  • संयुक्त राष्ट्र के विकास लक्ष्यों को पूरा करने में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।  
  • आर्थिक विकास करना
  • व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (अंकटाड), संयुक्त राष्ट्र का एक संगठन, विकासशील देशों को उनकी व्यापार संभावनाओं को अधिकतम करने में सहायता करता है।
  • विश्व बैंक और आईएमएफ द्वारा विकासशील देशों को विभिन्न परियोजनाओं को पूरा कराने के लिए आर्थिक मदद की जाती है।
  • ग्लोबल थिंक टैंक की भूमिका निभाना
  • संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी प्रभाग वैश्विक सांख्यिकीय प्रणाली का केंद्र है, जो वैश्विक आर्थिक, जनसांख्यिकीय, सामाजिक, लिंग, पर्यावरण और ऊर्जा प्रवृत्तियों पर डेटा एकत्र और प्रसारित करता है।
  • संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या प्रभाग वैश्विक जनसंख्या रुझानों पर जानकारी और अनुसंधान का एक प्रमुख स्रोत है, जो अद्यतन अनुमान और जनसांख्यिकीय अनुमान तैयार करता है।
  • ऐतिहासिक वास्तुकला और प्राकृतिक स्थलों का संरक्षण करना
  • यूनेस्को ने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक स्थलों की सुरक्षा में 137 देशों की सहायता की है।
  • सांस्कृतिक संपत्तियों, सांस्कृतिक विविधता और असाधारण प्राकृतिक और सांस्कृतिक स्थानों की रक्षा के लिए, इसने अंतरराष्ट्रीय समझौतों पर बातचीत की है।
  • इनमें से एक हजार से अधिक स्थानों को उनके उल्लेखनीय सार्वभौमिक महत्व के कारण विश्व धरोहर स्थल का नाम दिया गया है।
  • पर्यावरण का संरक्षण एवं संवर्धन करना
  • जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक समस्या है जो वैश्विक समाधान की मांग करती है। जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (आईपीसीसी), जो 2,000 अग्रणी जलवायु परिवर्तन वैज्ञानिकों को एक साथ लाता है, हर 5-6 वर्षों में व्यापक वैज्ञानिक आकलन जारी करता है।
  • मानवाधिकारों की घोषणा करना
    • संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 1948 में मानव अधिकारों की सार्वभौमिक तौर पर घोषणा की गयी थी।
    • इसने राजनीतिक, नागरिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर दर्जनों कानूनी रूप से बाध्यकारी समझौते बनाने में मदद की है।

संयुक्त राष्ट्र और भारत

भारत की भूमिका

  • भारत संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के गठन का सदस्य देश रहा है इसने संयुक्त राष्ट्र की गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1919 में वर्साय की संधि में भाग लेने के कारण भारत को संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता औपचारिक तौर प्राप्त हुई थी।
  • 1944 में, भारत ने अन्य मूल संयुक्त राष्ट्र सदस्यों के साथ, वाशिंगटन डीसी में संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषणा पर हस्ताक्षर किए। इस घोषणा ने संयुक्त राष्ट्र और संयुक्त राष्ट्र दिवस की स्थापना की नींव रखी।
  • भारत ने 1946 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में उपनिवेशवाद, रंगभेद और नस्लीय भेदभाव जैसे मुद्दों पर चिंता व्यक्त की थी।
  • भारत दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों के साथ रंगभेद और भेदभावपूर्ण व्यवहार के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र के ध्यान में लाने वाला पहला देश था।
  • भारत ने 1948 में मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा का मसौदा तैयार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
  • हालाँकि, संयुक्त राष्ट्र के साथ भारत का अनुभव हमेशा सकारात्मक नहीं रहा है। कश्मीर मुद्दे के मामले में, संयुक्त राष्ट्र में भारत का विश्वास और उसके सिद्धांतों का पालन महंगा साबित हुआ, क्योंकि संगठन पाकिस्तान समर्थक शक्तियों से प्रभावित दिखाई दिया।
  • भारत संयुक्त राष्ट्र दिवस पर संयुक्त राष्ट्र के लक्ष्यों के उद्देश्य और उसकी उपलब्धियों को भी पहचानता है और लोगों को जागरूक करता है।

भारत के लिए संयुक्त राष्ट्र का योगदान

  • भारत में कार्यरत संयुक्त राष्ट्र एजेंसियां, कार्यालय, कार्यक्रम और फंड दुनिया भर में सबसे बड़े संयुक्त राष्ट्र क्षेत्र नेटवर्क में से एक हैं।
  • प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के लिए एशियाई और प्रशांत केंद्र (एपीसीटीटी) , 1977 में नई दिल्ली में स्थापित, एशिया और प्रशांत के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (यूएनईएससीएपी) का एक क्षेत्रीय संस्थान है।
  • इसका प्राथमिक फोकस संपूर्ण एशिया-प्रशांत क्षेत्र पर है। केंद्र की गतिविधियाँ प्रौद्योगिकी सूचना, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और नवाचार प्रबंधन के इर्द-गिर्द घूमती हैं।
  • खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) ने तकनीकी सहायता और नीति समर्थन के माध्यम से देश के खाद्य और कृषि क्षेत्रों में क्रांति लाने के उद्देश्य से 1948 में भारत में अपना संचालन शुरू किया।
  • समय के साथ, खाद्य पहुंच, पोषण, आजीविका, ग्रामीण विकास और टिकाऊ कृषि जैसे मुद्दों को शामिल करने के लिए एफएओ की भागीदारी का विस्तार हुआ है ।
  • सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को अपनाने के साथ, भारत में एफएओ के प्रयास मुख्य रूप से टिकाऊ कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

निष्कर्ष:

  • संयुक्त राष्ट्र दुनियाभर में वैश्विक शांति, सुरक्षा और एकता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है इसी को सतत रूप से बनाए रखने के लिए प्रतिवर्ष संयुक्त राष्ट्र दिवस को मनाया जाता है। आवश्यकता इस बात की है कि सभी सदस्य देशों को खासकर परमाणु संपन्न देशों को दुनियाभर में शांति को कायम रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र दिवस पर एक साथ आकर एकजुट होने के वादे को पूरा करना चाहिए।

------------------------------

मुख्य परीक्षा प्रश्न

भारत और संयुक्त राष्ट्र के संबंधों की विवेचना कीजिए।