भारत ने खोजा अल्जाइमर रोग का इलाज

 

 

भारत ने खोजा अल्जाइमर रोग का इलाज

यह टॉपिक आईएएस/पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा के करेंट अफेयर और मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र-3 के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित है।

21 सितंबर, 2023

चर्चा में:

  • हाल ही में जवाहरलाल नेहरू उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र (जेएनसीएएसआर) के वैज्ञानिकों ने प्राकृतिक पॉलिफेनॉल से अल्जाइमर रोग का संभावित इलाज खोजा है।
  • यह अध्ययन केमिकल साइंसेज जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

खोज के बारे में:

  • वैज्ञानिकों के अनुसार, चेस्टनट और ओक जैसे पेड़ों की टहनियों में पाया जाने वाले टेनिक एसिड से प्राकृतिक रूप से प्रचुर मात्रा में उपलब्ध पॉलिफेनॉल (पीपी) से अल्जाइमर रोग का उपचार पूरी तरह संभव है।
  • पौधा आधारित पॉलिफेनॉल द्वारा फेरोप्टोसिस-अल्जाइमर रोग (एडी) को नियंत्रित किया जा सकता है।
  • इससे अल्जाइमर रोग (एडी) का मुकाबला करने के लिए एक सुरक्षित, लागत प्रभावी रणनीति उपलब्ध हो सकती है।
  • इससे दिमागी विकृति जैसे सामाजिक बोझ को कम करने में मदद मिल सकती है।
  • भारतीय वैज्ञानिकों के के अनुसार, यह उपचार भविष्य में अल्जाइमर रोग से निपटने के लिए अत्यधिक लागत प्रभावी तरीका बन सकता है।

अल्जाइमर रोग के बारे में:

  • यह एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (Neurological Disorder) है जो मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाओं को नष्ट करता है।
  • 55-60 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों में अल्ज़ाइमर, डिमेंशिया (dementia) का प्रमुख कारण है।
  • ऐसा पाया गया है कि अल्ज़ाइमर रोग मस्तिष्क कोशिकाओं में और उसके आसपास प्रोटीन के असामान्य निर्माण के कारण होता है।
  • प्रारंभ में इस रोग के लक्षण कम मात्रा में होते हैं लेकिन समय रहते इसका उपचार न कराया जाए तो यह गंभीर और असाध्य रोग हो जाता है।
  • इसमें शामिल प्रोटीनों में से एक को एमिलॉयड ( amyloid) कहा जाता है, जिसके जमा होने से मस्तिष्क की कोशिकाओं के चारों ओर छोटे टुकड़े बनते हैं तथा दूसरे प्रोटीन को ताऊ (tau) कहा जाता है।
  • ताऊ (tau) एक प्रकार का प्रोटीन है जो अल्ज़ाइमर रोगियों के मस्तिष्क में उलझी संरचनाओं में होता है।
  • यह मस्तिष्क में एक-दूसरे के साथ संवाद करने के लिए न्यूरॉन्स की क्षमता को बाधित करता है।
  • अल्ज़ाइमर एक लाइलाज बीमारी है, क्योंकि मस्तिष्क की कोशिकाओं को उनकी मृत्यु के पश्चात उन्हें पुनर्जीवित कर सकता है।
  • पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अल्ज़ाइमर रोग होने का खतरा अधिक होता है।

अल्जाइमर रोग के लक्षण:

  • इस रोग में रोगी की शारीरिक और मानसिक स्थिति कमज़ोर हो जाती है।
  • रोगी को कुछ भी याद नहीं रहता है।
  • रोगी की निर्णय लेने की क्षमता घट जाती है।
  • रोगी के स्वभाव में लगातार परिवर्तन होता रहता है, आदि।

इसकी रोकथाम हेतु कुछ उपाय:

वर्तमान में अल्ज़ाइमर रोग का कोई ज्ञात इलाज नहीं है, लेकिन इसकी रोकथाम के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं:

  • लोगों के मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करना।
  • रोगी के व्यावहारिक लक्षणों का प्रबंधन करना।
  • रोग के लक्षणों को धीमा या विलंबित करना।

जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च (जेएनसीएएसआर) के बारे में:

  • यह जक्कुर, बैंगलोर, भारत में स्थित एक बहु-विषयक अनुसंधान संस्थान है।
  • इस संस्थान की स्थापना स्वतंत्र भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जन्म शताब्दी को चिह्नित करने के लिए भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा की गई थी।
  • इसे भारत के सबसे प्रतिष्ठित शोध संस्थानों में से एक माना जाता है। 
  • 2019 में, उच्च गुणवत्ता वाले आउटपुट वाले छोटे अनुसंधान संस्थानों की सामान्यीकृत रैंकिंग में नेचर जर्नल द्वारा जेएनसीएएसआर को दुनिया के शीर्ष दस अनुसंधान संस्थानों में 7 वां स्थान दिया गया था।

भारत में अल्ज़ाइमर और डिमेंशिया:

  • भारत में 40 लाख से अधिक लोगों को किसी न किसी प्रकार का डिमेंशिया है।
  • विश्व भर में कम-से-कम 4 करोड़ 40 लाख लोग डिमेंशिया से ग्रस्त हैं।
  • यह रोग वैश्विक स्वास्थ्य के लिए एक संकट बन चुका है, इसलिए इसे संबोधित किया जाना आवश्यक है।

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मुख्य परीक्षा प्रश्न

वर्तमान में अल्ज़ाइमर रोग वैश्विक स्वास्थ्य के लिए एक संकट बन चुका है, इसलिए इसे संबोधित किया जाना आवश्यक है। विवेचना कीजिए।