06.10.2023
ए टू जीरो (एक्सीलरेट टू नेट ज़ीरो) आसियान शिखर सम्मेलन
खबरों में क्यों?
4 से 6 अक्टूबर 2023 तक आयोजित होने वाले ए टू जीरो (एक्सीलरेट टू नेट ज़ीरो) आसियान शिखर सम्मेलन में मलेशिया के उप प्रधान मंत्री द्वारा भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) मंडप का उद्घाटन किया गया।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- मलेशिया के उप प्रधान मंत्री श्री दातुक सेरी फदिल्ला यूसुफ ने इस मंडप का उद्घाटन 5 अक्टूबर, 2023 को मलेशिया के कुआलालंपुर में किया।
ए टू जीरो (एक्सीलरेट टू नेट ज़ीरो) आसियान शिखर सम्मेलन के बारे में:
- मलेशिया के प्रधान मंत्री वाईएबी दातो सेरी अनवर इब्राहिम द्वारा ए टू जीरो का उद्घाटन आसियान शिखर सम्मेलन और प्रदर्शनी (एटोज़ीरो आसियान) के साथ किया गया।
- एक्सीलरेट टू नेट ज़ीरो", घटनाओं की एक नई श्रृंखला है जो प्रमुख निर्णय निर्माताओं और परिवर्तनकर्ताओं को व्यापक रूप से उन मार्गों, नीतियों और व्यावसायिक अवसरों का पता लगाने के लिए एक साथ लाती है जो नेट ज़ीरो मार्गों के त्वरण को उत्प्रेरित करेंगे।
- ए टू ज़ीरो आसियान शिखर सम्मेलन को 4 से 6 अक्टूबर 2023 तक कुआलालंपुर कन्वेंशन सेंटर (KLCC) में 14वें अंतर्राष्ट्रीय ग्रीनटेक और इको उत्पाद प्रदर्शनी और सम्मेलन मलेशिया (IGEM) के साथ सह-स्थित किया गया।
- विकसित देशों द्वारा नेट जीरो 2050 तक हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है, वही भारत ने नेट जीरो का लक्ष्य 2070 रखा है।
आईआरईडीए मंडप का महत्व :
- आईआरईडीए मंडप नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में कंपनी की उपलब्धियों, विशेषज्ञता और योगदान को प्रदर्शित करता है।
- यह प्रतिनिधियों, उद्योग विशेषज्ञों और हितधारकों को चर्चा में शामिल होने, सहयोग का पता लगाने और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के भविष्य में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने का एक अवसर प्रदान करेगा।
- यह मंडप अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ सहयोग करने और नवीकरणीय ऊर्जा विकास में देश की प्रगति को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी के बारे में:
- आईआरईडीए, भारत सरकार के लक्ष्य और दृष्टिकोण के अनुरूप नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
- आईआरईडीए को अभी जल्द ही केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों की 'अनुसूची बी' से अनुसूची ए' श्रेणी में प्रोन्नत कर दिया गया है।
- वर्तमान में आईआरईडीए को मिनी रत्न (श्रेणी- I) का दर्जा प्राप्त है।
- 2015 में, इसे नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा "मिनी रत्न" (श्रेणी- I) का दर्जा दिया गया था।
- भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन एक सार्वजनिक लिमिटेड सरकारी कंपनी है।
- इसको कंपनी अधिनियम, 1956 की धारा 4 'ए' के तहत एक "सार्वजनिक वित्तीय संस्थान" के रूप में अधिसूचित किया गया है।
- इसकी स्थापना 1987 में एक गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान के रूप में की गई थी।
भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी के उद्देश्य:
- नवीकरणीय स्रोतों के माध्यम से ऊर्जा या बिजली पैदा करने और कुशल उपयोग के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण करने वाली योजनाओं और परियोजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना।
- नवीकरणीय ऊर्जा संरक्षण परियोजनाओं के कुशल और प्रभावी वित्तपोषण के लिए अग्रणी संगठन के रूप में अपनी स्थिति सुदृढ़ करना।
- सेवाओं की दक्षता बढ़ाने के लिए प्रणाली, प्रक्रिया और संसाधनों में सुधार करना।
- ग्राहक संतुष्टि के माध्यम से एक प्रतिस्पर्धी संस्थान बनने का प्रयास करना।